भारतीय टीवी: खबरें क्यों बदल रही हैं और आप क्या कर सकते हैं

अगर आपने भी सोचा है कि टीवी पर दिखने वाली खबर हमेशा सच नहीं होती, आप अकेले नहीं हैं। भारतीय टीवी चैनलों की भाषा तेज़, ग्राफिक्स ज़्यादा और बहसें शोरगुल भरी होती जा रही हैं। यह पेज आपको आसान भाषा में बताएगा कि क्यों ऐसा हो रहा है, कौन सी बातें ध्यान रखें और कैसे भरोसेमंद खबरें चुनें।

टीवी पर जो बदलाव दिखता है — कारण साफ और सीधे

सबसे बड़ा कारण है ट्रैफिक और रेटिंग का दबाव। चैनल्स चाहते हैं कि आप ज़्यादा देर देखें, इसलिए बहसें, सनसनी और कट्टर शब्दों का इस्तेमाल बढ़ गया है। दूसरे कारणों में कम इन-हाउस रिपोर्टिंग और ज्यादा टॉक शो शामिल है: कई बार स्टूडियो में बैठकर राय ज्यादा दिखाई जाती है और फील्ड रिपोर्ट कम। कभी-कभी विज्ञापन या राजनीतिक हित भी कंटेंट को प्रभावित करते हैं।

दूसरा बड़ा मुद्दा है तथ्यों की जाँच की कमी। लाइव कवरेज़ में अक्सर आधी सूचनाएँ या संदर्भ के बिना बातें सामने आ जाती हैं। इससे गलतफहमी फैलती है और लोग चैनल बदलने लगते हैं। कुछ चैनल केवल रिएक्शन दिखाते हैं न कि वजहें।

किस तरह देखें और कब टीवी बंद करें — व्यावहारिक सुझाव

पहला नियम: एक ही खबर के लिए एक से ज़्यादा स्रोत देखें। अगर कोई शर्मनाक कट्टर हेडलाइन दिखे तो उससे पहले खबर की मूल बात पढ़ें या अन्य चैनलों पर भी देखें।

दूसरा: लाइव बहसों में धैर्य रखें। पूरा कार्यक्रम देखें, सिर्फ टीज़र पर भरोसा न करें। अक्सर टीज़र और असल डिस्कशन अलग होते हैं।

तीसरा: ऑन-ग्राउंड रिपोर्टिंग पर भरोसा बढ़ाएँ। उस रिपोर्टर के नाम और उनके फील्ड फुटेज पर ध्यान दें। सिर्फ स्टूडियो बयान और ग्राफिक्स पर नहीं।

चौथा: तथ्य-जाँच पहलुओं को अपनाएँ। किसी बड़े दावे पर Fact-check करने वाली साइट्स या अख़बार देखें। सोशल मीडिया पर वायरल क्लिप्स को हमेशा संदर्भ में परखें।

पांचवा: अगर किसी चैनल का टोन लगातार सनसनीखेज है, उसे नियमित रूप से न देखें। न्यूज़ डोज़ को सीमित रखें ताकि आपकी राय पर जोरदार प्रोपेगैंडा असर न करे।

आखिर में, टीवी पूरी तरह बंद करने की जगह उसे सूझ-बूझ से इस्तेमाल करें। सुबह जल्दी की विडियो क्लिप्स, अब तक की खबरें और संक्षिप्त रिपोर्टिंग देख कर दिनभर की स्थिति समझी जा सकती है। अगर आपको गहराई चाहिए तो अख़बार या विश्वसनीय डिजिटल रिपोर्ट पढ़ें।

हमारी साइट पर कुछ लेखों में टीवी की समस्याओं और भरोसे के मुद्दों पर विस्तार से लिखा गया है। आप इन सरल नियमों से टीवी को फिर से उपयोगी बनाकर, सही खबरों तक पहुँच सकते हैं।

भारतीय टीवी में सबसे निष्पक्ष हिंदी/अंग्रेजी समाचार चैनल कौन सा है?

अरे वाह, यह विषय तो काफी अंतरात्म-संवाद की तरह है, क्योंकि भारतीय टीवी पर सबसे निष्पक्ष हिंदी/अंग्रेजी समाचार चैनल की खोज में हम सभी कभी ना कभी तो लगे हुए होते हैं। चलिए मैं अपने अनुभव से जो चैनल मुझे सबसे निष्पक्ष लगा, वह है DD News। जी हां, इसे पुराने जमाने की टेलीग्राफ तक ले जाने के लिए मेरे पास एक समय यात्रा की मशीन की जरूरत नहीं है। बाकी चैनलों की तुलना में, यह अक्सर अपने संतुलित दृष्टिकोण के लिए जाना जाता है। वैसे भी, जिसे आप निष्पक्ष कहते हैं, वह शायद मेरे लिए एक बिल्कुल अलग ढंग से दिखाई दे सकता है, इसलिए अपनी खुद की जांच करना मत भूलिए दोस्तों!