लखनऊ
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ जो की जानी जाती अपनी नबाबी और अपनी शानदार शाम के लिये
तो वही राजधानी से चंद कदमों की दूरी पर दहेक रही अबैध
शराब की भट्टीया ग्राम परेहटा
थाना गोसाईगंज तहसील मोहनलाल गंज जिला कारागार के नाक के नीचे ही दहेक रही अबैध शराब की भट्टिया वही हैरत की बात हैं की जिला प्रशासन और पुलिस कोई जानकारी नही
जब जेल पुलिस चौकी से केबल एक कि लो मीटर की दूरी पर हो रहा अबैध शराब का कारोबार
लेक़िन थाना प्रभारी और चौकी इंचार्ज के कान । पर जूं तक नही रेंगता
आपको बता दे की आबकारी विभाग की लाख कोशिशों बाद भी सफ़लता से चल रही अबैध शराब की भट्टिया
कही पुलिस या आबकारी विभाग या फ़िर उत्तर प्रदेश सरकार
फेल हैं इन पर अंकुश लगाने में
ये अबैध शराब की भट्टी नही बल्कि
मौत की भट्टियां हैं जहां
जिंदा आदमी जलाया जाता हैं
अब ऐसे में क्या करेगा आबकारी विभाग या उठाएगी पुलिस कोई क़दम
लखनऊ से ब्यूरो
रिपोर्ट विमलेश तिवारी
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ जो की जानी जाती अपनी नबाबी और अपनी शानदार शाम के लिये
तो वही राजधानी से चंद कदमों की दूरी पर दहेक रही अबैध
शराब की भट्टीया ग्राम परेहटा
थाना गोसाईगंज तहसील मोहनलाल गंज जिला कारागार के नाक के नीचे ही दहेक रही अबैध शराब की भट्टिया वही हैरत की बात हैं की जिला प्रशासन और पुलिस कोई जानकारी नही
जब जेल पुलिस चौकी से केबल एक कि लो मीटर की दूरी पर हो रहा अबैध शराब का कारोबार
लेक़िन थाना प्रभारी और चौकी इंचार्ज के कान । पर जूं तक नही रेंगता
आपको बता दे की आबकारी विभाग की लाख कोशिशों बाद भी सफ़लता से चल रही अबैध शराब की भट्टिया
कही पुलिस या आबकारी विभाग या फ़िर उत्तर प्रदेश सरकार
फेल हैं इन पर अंकुश लगाने में
ये अबैध शराब की भट्टी नही बल्कि
मौत की भट्टियां हैं जहां
जिंदा आदमी जलाया जाता हैं
अब ऐसे में क्या करेगा आबकारी विभाग या उठाएगी पुलिस कोई क़दम
लखनऊ से ब्यूरो
रिपोर्ट विमलेश तिवारी
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