K5 News-यूपी के उन्नाव में एक दलित परिवार 2 दिन से जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर भूख हड़ताल पर बैठा हुआ है। इन लोगों का आरोप है कि बीते लगभग 1 महीने पहले कुछ दबंगों ने जमीनी विवाद के चलते घर में घुसकर उन्हें पीटा और उनकी नाबालिग बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। जिसके बाद से पीड़ित परिवार लगातार न्याय की गुहार लगा रहा है, लेकिन अभी तक परिवार को न्याय नहीं मिला है।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक मामला उन्नाव के बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र के जसरापुर गांव का है। जहां के कुछ दलित लोग बीते 2 दिनो से जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं। आरोप है गांव के ही कुछ दबंगों से उनका जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। इसी विवाद के चलते बीती 17 दिसंबर को 2 गाडियों में भरकर लोग आए और दरवाजा तोड़कर अंदर घुस गए। उन्होंने पत्नी को मारपीट कर उसके हांथ पैर बांध दिए और बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर फरार हो गए।

मजबूरन भूख हड़ताल पर पड़ा बैठना
पीड़ित परिवार का कहना है कि उन्होंने इस मामले में सीएम कार्यालय से लेकर जिलाधिकारी और कप्तान को कई बार प्रार्थना पत्र दिया, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। जिसके चलते उन्हें मजबूरन भूख हड़ताल पर बैठना पड़ा। 2 दिन बीत जाने के बाद भी जब कार्रवाई नहीं हुई तब पीड़ित परिवार जिलाधिकारी कार्यालय के सामने सड़क पर बैठ गए, जिससे वहां जाम लगना शुरू हो गया। आनन-फानन में कार्यालय से एक अधिकारी ने आकर शिकायती पत्र लिया और कार्रवाई का आश्वासन दिया। जिसके बाद पीड़ित परिवार ने अपना धरना समाप्त कर दिया।
क्या कहना है सीओ का?

वहीं इस पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए बांगरमऊ सीओ अमरीश सिंह ने बताया कि ये मामला सिर्फ जमीनी विवाद का है। पीड़ित का पिता राजेश कई मामले में नामजद है, जिसको लेकर दबाव बनाने के लिए गैंगरेप जैसी फर्जी मामले को तूल दिया जा रहा है। गैंगरेप जैसी कोई घटना नहीं हुई है, पूरा मामला फर्जी है। 
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