नई दिल्ली,01फरवरी
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज बजट भाषण की शुरुआत करते हुए दावा किया कि मोदी सरकार आर्थिक सुधारों पर तेजी से काम कर रही है और जरूरतमंद तक हर सुविधा पहुँचाने पर जोर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि किसानों की आय 2022 तक दोगुनी हो जाये।
वित्त मंत्री ने कहा कि अनाज का उत्पादन रिकॉर्ड स्तर पर है और खरीफ का समर्थन मूल्य उत्पादन लागत से डेढ़ गुना है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार पर करारी चोट की गयी है जबकि पहले भ्रष्टाचार शिष्टाचार का रूप ले चुका था। वित्त मंत्री ने कहा कि गांवों के विकास पर सरकार का जोर है और कंपनियों का पंजीकरण एक दिन में संभव बनाया गया है। उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षों से सरकार की नीतियों का केंद्र गरीब रहा है और गरीब की हर समस्या की चिंता की गयी है। उन्होंने कहा कि दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की समस्या को देखते हुए स्कीम लाई गयी है।
वित्त मंत्री के बजट भाषण की मुख्य बातें इस प्रकार हैं-
*गाँवों और किसानों की बातें*
-30 करोड़ टन फसलों का उत्पादन हुआ।

-सभी फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य मिलेगा।

-किसानों को लागत का डेढ़ गुना देने का ऐलान।

-आलू, टमाटर, प्याज के लिए 500 करोड़ रुपये देंगे।

-42 मेगा फूड पार्क बनाये जायेंगे।

-किसान क्रेडिट कार्ड पशुपालन और मछलीपालन में भी।

-बांस को वन क्षेत्र से अलग किया। 1290 करोड़ रुपए से बांस मिशन चलाया जायेगा।

-मछली और पशु पालन क्षेत्र को दो नये फंड मिलेंगे।

-खेती के कर्ज के लिए 11 हजार करोड़ रुपये।

-किसान कर्ज ले सके इसके लिए प्रक्रिया आसान बनाएंगे

 गरीबों की सरकार ने ली सुध

-उज्ज्वला योजना के तहत आठ करोड़ गरीब महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन देगी।

-देश के चार करोड़ गरीब घरों को बिना शुल्क लिये बिजली कनेक्शन से जोड़ा जा रहा है।

-स्वच्छ भारत मिशन से गरीबों को लाभ पहुँचा, सरकार ने 6 करोड़ शौचालयों का निर्माण किया। अगले वित्तीय वर्ष में 2 करोड़ शौचालय बनाने का लक्ष्य।

-गरीबों का घर का सपना पूरा हो सके इसके लिए लक्ष्य रखा है कि 2022 तक देश के हर गरीब के पास अपना घर हो।

-स्व सहायता समूहों के जरिये महिलाओं को वित्तीय मदद दी जायेगी।
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