लखनऊ (K5 News)। गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में हार के बाद किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में पहली बार पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्ट अफसरों पर भड़ास निकाली। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा समझने के लिए साल भर का समय काफी होता है। जो नहीं समझे हैं, उनसे सरकार उसी निर्ममता से पेश आएगी जैसा अपराधियों के साथ आ रही है। ऐसे लोगों की न केवल नौकरी जाएगी बल्कि उनकी काली कमाई भी जब्त होगी। गुरुवार को राजधानी में एक मीडिया हाउस के कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री ने उप चुनाव में हार के कारणों पर भी खुलकर बात की। कहा कि हार की मुख्य वजह कार्यकर्ताओं का अति आत्मविश्वास रही। गोरखपुर के हर दौरे में मुझसे कहा गया कि जीत में कोई संदेह नहीं। मैंने टोका भी, कहा कि चुनाव और परीक्षा में यह रवैया ठीक नहीं। कार्यकर्ता निष्क्रिय हुए तो वोटर उदासीन। वे वोट डालने ही नहीं निकले। गोरखपुर में प्रत्याशी की बीमारी भी एक वजह रही।मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव में जीत से न हम खुश होते हैं न हार से दुखी। जीत साथ में जवाबदेही लेकर आती है और हार सबक। हार के इस सबक ने हमें खाई में गिरने के पहले संभलने का मौका दे दिया। 2019 में हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में बेहतर करेंगे। प्रदेश की सभी लोकसभा सीटों पर भाजपा जीतेगी।
सपा-बसपा की सौदेबाजी जगजाहिर
योगी ने कहा कि लोग सपा और बसपा के मौकापरस्त गठबंधन, इनके बीच सत्ता को लेकर हुई सौदेबाजी को जानते हैं। दोनों का चरित्र एक है। इन लोगों ने देश की हर संवैधानिक और लोकतांत्रिक संस्था को खत्म करने का पाप किया है। सिर्फ अपने और अपने लोगों के विकास के बारे में सोचा है। प्रदेश का विकास इनकी सोच में ही नहीं था। जब सोच ही नहीं थी तो निवेश और इसके लिए जरूरी बुनियादी संरचना के बारे में क्या सोचेंगे। सबके बावजूद नौकरशाही का अड़ंगा अलग से। ये सरकार नहीं चला रहे थे, उसे सरका रहे थे। इनकी राजनीति ने प्रदेश को बहुत पीछे किया है। कैग की रिपोर्ट में हर विभाग में हजारों करोड़ का घोटाला इसका सुबूत है। इस सबका खमियाजा हमें भुगतना पड़ रहा है।
साल भर की उपलब्धियां गिनाईं मुख्यमंत्री ने कृषि, ऊर्जा, स्वास्थ्य, कौशल विकास, पर्यटन और अन्य क्षेत्रों में सरकार की उपलब्धियों की चर्चा की। एक जिला एक उत्पाद की संभावनाओं का भी जिक्र किया। स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर करने की प्रतिबद्धता के साथ झांसी मेडिकल कालेज की घटना को लेकर चिकित्सकों को नसीहत भी दी। यह भी कहा कि होने वाली पुलिस भर्ती में सरकार का लक्ष्य 20 फीसद महिलाओं की भर्ती का है।
विपक्ष में सच बोलने का साहस नहीं
योगी ने कहा कि विपक्ष में सच बोलने का साहस नहीं है। इन पर मीठा-मीठा गप, कड़वा-कड़वा थू वाली कहावत चरितार्थ होती है। हर हार के बाद इवीएम इनके निशाने पर रही है। यहां तक कि गोरखपुर के उपचुनाव के शुरुआती चरणों के मतगणना के दौरान भी इस पर सवाल उठाए। अब जब दोनों चुनावों में जीत गए तो कोई सवाल नहीं उठा रहे हैं।
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