हरदोई,
2019ः- जनपद स्तरीय पोषण मिशन की कलेक्ट्रेट सभागार में तहसील सण्डीला एवं सवायजपुर के मिशन 120 में गोद लिए गांवों के नोडल अधिकारियों, एमओआईसी व सीडीपीओ की आहूत समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी पुलकित खरे ने कहा कि वर्तमान में प्रथम तथा द्वितीय चरण मिशन में 240 गावों में मात्र 62 बच्चें लाल श्रेणी में रह गये है जिनके देखरेख की जिम्मेदारी संबंधित अधिकारियों की होगी और वे ऐसे बच्चों के गांवों में जाने से पहले के प्रधान व बच्चों के माता-पिता को सूचित करते हुए जाये और ग्राम प्रधान के माध्यम से उन्हें समझायें कि उनका बच्चा कुपोषित है और खतरनाक लाल श्रेणी में इसलिए बच्चें को प्राथमिकता पर 14 दिन के लिए पोषण केन्द्र पर भर्ती कराये जहां बच्चें का समुचित ईलाज के साथ पौष्टिक आहार दिया जायेगा ताकि बच्चा शीघ्र ठीक हो सके।

समीक्षा में ब्लाक बेहंदर, भरावन, कोथावां, कछौना के कुछ गांवों में अधिक बच्चें कुपोषित पाये जाने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित एमओआईसी व सीडीपीओ को सख्त निर्देश दिये कि जिन गांवों में 02 से अधिक बच्चें कुपाषित है उन गांवों में 01 से 03 जुलाई 2019 तक तीन दिवसीय कैम्प करें और बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करने के साथ उन्हें दवायें एवं पोषाहार वितरित करें। उन्होने समस्त सीडीपीओ को निर्देश दिये कि जिन आंगनबाड़ी केन्द्र पर वजन मशीन खराब है, मशीन रखने का प्लेट फार्म नहीं बना है, फर्श आदि टूटा है तो ग्राम प्रधान एवं आशा के संयुक्त खाते की धनराशि से इन कमियों को पूरा करायें। जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि सभी एमओआईसी व सीडीपीओ अपनी सुपर वाईजरों के साथ मिशन 120 के तहत चयनित समस्त 240 गांवों का भ्रमण 15 दिन में कर लें और कुपाषित बच्चों को चिहिंत करते हुए उन्हें पोषण केन्द्र पर भर्ती कराना सुनिश्चित करेगें।

बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि सभी सीडीपीओ गांव की 11 से 14 वर्ष तक कि ऐसी किशोरियों को चिहिन्त कर ले और जो अमीनिया से ग्रसित है उन्हें गांव में बैठक कर आयरन की गोली खिलायें तथा अमीनिया के कमी को दूर करने के लिए उनके अभिभावक व उन्हंे पौष्टिक आहार, हरी सब्जी, फल, दूध आदि सेवन करने के बारे में बताये तथा साफ-सफाई रखने के बारे में विशेष रूप से जागरूक करें। उन्होने कहा कि सभी अधिकारियों, एमओआईसी, सीडीपीओ आदि के काफी प्रयास से कुपोषण मिटाने में काफी सफलता मिली है परन्तु अभी इसमें और मेहनत करने की आवश्यकता है, इसलिए जो बच्चें पीली श्रेणी में रह गये है उन्हंे हरी श्रेणी में लाकर कुपोषण मुक्त बनाना है।सीडीपीओ 08 मार्च 2019 के सर्वे में जितनी किशोरियां अमीनिया से ग्रसित थी और कितनी किशोरियों का नियमित परीक्षण कर एवं आर्यरन की गोली वितरित कर अमीनिया मुक्त किया गया है। उन्होने कहा कि 08 जुलाई किशोरी दिवस पर होने वाले सर्वे में अगर किसी ब्लाक में अमीनिया ग्रहित किशोरियों की संख्या अधिक पायी गयी तो सम्बन्धित सीडीपीओं के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी, इस लिए सभी अभी से अपने क्षेत्र की अमीनिया ग्रस्त किशोरियों की आयरन की गोली खिलाने के साथ वितरित करना सुनिश्चित करें। श्री खरे ने कहा कि संचारी रोग महीना है इसलिए सभी एमओआईसी एवं सीडीपीओ अपने क्षेत्र के गांव का भ्रमण कर लें और जहां जल भराव एवं गंदगी आदि की समस्या हो तो उसे ग्राम प्रधान के माध्यम से ठीक करायें ओर जल भराव वाले स्थानों पर फागिंग के साथ कीटनाशक दवाओ का छिड़काव एवं गंदगी वाले स्थानों पर चूने आदि का छिड़काव करायें ताकि संचारी रोग की रोकथाम हो सके।


समीक्षा बैठक में सीडीपीओ अहिरोरी, सण्डीला, हरपालपुर, पिहानी तथा मल्लावां द्वारा पांच में कुपोषित बच्चों को एनआरसी पर भर्ती कराने में लापरवाही पर जिलाधिकारी ने वेतन रोकने के निर्देश देते हुए कहा कि जब तक इन लोगों द्वारा इसमें प्रगति नही की जायेगी वेतन आहरित नही किया जायेगा। बैठक में जिला कार्यक्रम अधकारी बुद्वि मिश्रा ने समस्त सीडीपीओ से कहा कि जिलाधिकारी महोदय द्वारा दिये गये निर्देशों का कड़ाई से पालन करें तथा प्रतिदिन कम से कम अपने क्षेत्र के दो गांवों का भ्रमण अवश्य करें और आंगन बाड़ी केन्द्रों पर सभी व्यवस्थायें बनाये रखें। बैठक में डीएफओ राकेश चन्द्रा, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, अधिशासी अभियंता पीडब्लूडी सहित अन्य सभी नोडल अधिकारी सीडीपीओ व एमओआईसी आदि मौजूद रहे।
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