नयी दिल्ली। राहुल गांधी द्वारा सीडब्ल्यूसी की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश किए जाने के बाद से पार्टी में संकट के बादल मंडरा रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए पूर्व रक्षामंत्री एके एंटोनी और महासचिव के.सी. वेणुगोपाल का नाम सामने आ रहे थे। लेकिन दोनों नेताओं ने यह पद लेने से इनकार कर दिया। ज्ञात हो तो पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बीते दिनों कहा था कि राहुल गांधी द्वारा कांग्रेस पद से इस्तीफे की पेशकश को खारिज कर दिया गया है और वह पार्टी के अध्यक्ष थे, हैं और बने रहेंगे।
रणदीप सिंह सुरजेवाला द्वारा दिए गए इन बयानों के बावजूद अब खबरें हैं कि वरिष्ठ नेताओं को पार्टी की कमान सौंपने की योजना बनाई जा रही है। हालांकि दोनों नेताओं ने अपने-अपने निजी कारण बताते हुए अध्यक्ष पद को ठुकरा दिया। जिसके बाद नाम न लिए जाने की शर्त पर सूत्रों ने बताया कि अब पार्टी उत्तर भारत की तरफ नजर बनाए हुए है और अध्यक्ष पद के लिए किसी भरोसेमंद चेहरे को तलाश कर रही है।
पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और गुलाम नबी आजाद कांग्रेस को नए सिरे से खड़ा करने के लिए चेहरे की तलाश में जुटे हुए हैं। हालांकि यह भी सामने आया कि एके एंटोनी ने खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए पद को ठुकरा दिया। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के दरमियान भाजपा ने कांग्रेस को गांधी परिवार की पार्टी बताया था। जिसको लेकर राहुल गांधी काफी चितिंत हुए और हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की पेशकश कर दी। राहुल ने सीडब्ल्यूसी की बैठक में वरिष्ठ नेताओं से यह तक कह दिया था कि कोई भी मेरी बहन प्रियंका गांधी और मां सोनिया गांधी को अध्यक्ष बनाए जाने के बारे में विचार भी न करे।
रणदीप सिंह सुरजेवाला द्वारा दिए गए इन बयानों के बावजूद अब खबरें हैं कि वरिष्ठ नेताओं को पार्टी की कमान सौंपने की योजना बनाई जा रही है। हालांकि दोनों नेताओं ने अपने-अपने निजी कारण बताते हुए अध्यक्ष पद को ठुकरा दिया। जिसके बाद नाम न लिए जाने की शर्त पर सूत्रों ने बताया कि अब पार्टी उत्तर भारत की तरफ नजर बनाए हुए है और अध्यक्ष पद के लिए किसी भरोसेमंद चेहरे को तलाश कर रही है।
पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और गुलाम नबी आजाद कांग्रेस को नए सिरे से खड़ा करने के लिए चेहरे की तलाश में जुटे हुए हैं। हालांकि यह भी सामने आया कि एके एंटोनी ने खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए पद को ठुकरा दिया। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के दरमियान भाजपा ने कांग्रेस को गांधी परिवार की पार्टी बताया था। जिसको लेकर राहुल गांधी काफी चितिंत हुए और हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की पेशकश कर दी। राहुल ने सीडब्ल्यूसी की बैठक में वरिष्ठ नेताओं से यह तक कह दिया था कि कोई भी मेरी बहन प्रियंका गांधी और मां सोनिया गांधी को अध्यक्ष बनाए जाने के बारे में विचार भी न करे।
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