नई दिल्ली. कमलेश तिवारी  के परिजनों, उनके शुभचिंतकों और लखनऊ प्रशासन के बीच समझौता हो गया है. समझौते के तहत प्रशासन ने कमलेश तिवारी के परिजनों को आर्थिक मदद देने, बड़े बेटे के लिए सरकारी नौकरी की अनुशंसा करने, लखनऊ शहर के अंदर एक उचित मकान (House) की व्यवस्था करने और परिवार की सुरक्षा के लिए 48 घंटे में उचित व्यवस्था करने की बात कही है.

समझौते में इन बिंदुओं पर बनी बात

वैसे तो समझौते में बहुत सारी बातें हैं. लेकिन कमलेश तिवारी के शुभचिंतकों और प्रशासन के बीच जिन मांगों पर सहमति बनी है उनमें कुछ खास मांग ये हैं, कमलेश तिवारी के परिजनों को लखनऊ शहर के अंदर एक उचित मकान की व्यवस्था की जाएगी. इतना ही नहीं परिजनों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 48 घंटे के अंदर सुरक्षा की व्यवस्था की जाएगी.

कमलेश के बड़े बेटे सत्यम तिवारी के लिए सरकारी नौकरी की अनुशंसा आगे सरकार से कराई जाएगी. समझौता पत्र की मानें तो परिजनों की सुरक्षा के लिए उन्हें उनके आवेदन पत्र पर तत्काल हथियार का लाइसेंस दिलाया जाएगा. जानकारों की मानें तो समझौता पत्र पर प्रशासन की और से लखनऊ के कमिश्नर मुकेश कुमार मेश्राम और डीएम सीतापुर ने साइन किए हैं.
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