कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के भारत दौरे पर हो रहे खर्च पर सवाल उठाए हैं.
एक समाचार पत्र की खबर ट्वीट करते हुए प्रियंका ने लिखा, "राष्ट्रपति ट्रंप के आगमन पर 100 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं लेकिन ये पैसा एक समिति के ज़रिये खर्च हो रहा है. समिति के सदस्यों को पता ही नहीं है कि वो उसके सदस्य हैं. क्या देश को ये जानने का हक़ नहीं कि किस मंत्रालय ने समिति को कितना पैसा दिया? समिति की आड़ में सरकार क्या छिपा रही है?"
अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप 24 फ़रवरी को अहमदाबाद पहुंचेंगे. इसके बाद उनका आगरा और दिल्ली जाने का भी कार्यक्रम है. अहमदाबाद में वह 'नमस्ते ट्रंप' कार्यक्रम में शिरकत करेंगे.
फ़िलहाल चर्चा इस बात को लेकर हो रही है कि भारी भरकम खर्च वाले इस भव्य कार्यक्रम का आयोजक आख़िर कौन है.
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि यह कार्यक्रम 'डोनल्ड ट्रंप नागरिक अभिनंदन समिति' आयोजित कर रही है.
दिलचस्प बात यह है कि गुजरात में ट्रंप के कार्यक्रम को लेकर जो बैनर-पोस्टर लगे हैं, उन पर समिति का नाम नहीं है.
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क्या कहा बीजेपी ने
इससे पहले भी कांग्रेस ने ट्रंप के दौरे की उपलब्धि और इसके हासिल को लेकर सवाल उठाए थे. कांग्रेस के सवालों के जवाब में बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी.
संबित पात्रा ने कहा, "यह पहली बार है जब अमरीका के कोई राष्ट्रपति अकेले भारत के लिए ही आ रहे हैं. जब भारत का क़द पूरे विश्व में बढ़ रहा है, तो कांग्रेस दुखी क्यों है? जब भी भारत खुश होता है, तो कांग्रेस दुखी क्यों होती है? जहां तक भारत के हितों का सवाल है, तो कांग्रेस को चिंता नहीं करनी चाहिए, क्योंकि ट्रंप साहब ने खुद कई बार कहा है कि भारत अपने हितों के लिए बहुत मोलभाव करता है."
संबित ने यह भी कहा, "आज हम यूएस के ऐसी ट्रेड और डिफेंस डील देख रहे हैं, जिनमें भारत के हित सर्वोपरि हैं. यूपीए के समय ये सोचा भी नहीं जा सकता था. आज भारत सरकार के मंत्री और सेक्रेटरी यूएस के अपने समकक्षों से बात करते हैं. क्या कांग्रेस ने ये छूट पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को दी थी?"
प्रियंका गांधी से पहले कांग्रेस वर्किंग कमिटी के सदस्य रणदीप सुरजेवाला ने भी गुरुवार को ट्विटर पर कुछ सवाल पूछे थे.
सुरजेवाला ने ट्वीट में पूछा था, "डोनल्ड ट्रंप अभिनंदन समिति कौन है? अमरीकी राष्ट्रपति को कब न्योता भेजा गया और कब उन्होंने इसे स्वीकार किया. फिर राष्ट्रपति ट्रंप क्यों कह रहे हैं कि आपने उन्हें 70 लाख लोगों द्वारा भव्य स्वागत का वादा किया है?"
अब तक उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप केवल तीन घंटे के लिए ही अहमदाबाद में रहेंगे और रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक़ इस समूचे कार्यक्रम में लगभग 85 करोड़ रुपये ख़र्च होंगे.
अहमदाबाद में हर तरफ 'नमस्ते ट्रंप' के होर्डिंग नजर आ रहे हैं लेकिन इन होर्डिंग्स पर ना तो गुजरात सरकार, अहमदाबाद नगर निगम, भारतीय जनता पार्टी या फिर किसी सरकारी संस्था या फिर गैर सरकारी संगठन के नाम हैं और ना ही इनमें किन्हीं का लोगो ही है. ना ही नई समिति का कहीं कोई जिक्र है.
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