--सीएमएसडी स्टोर में वित्तीय घोटाला डीएम के निर्देश पर निलंबित हुए जेएन तिवारी पर मेहरबान सीएमओ--


हरदोई। जिले की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए भले ही सरकारें और जनता दोनों हाथों से कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से बचाव के लिए दृढ़ संकल्पित दिखाई दे रही हों, किन्तु हरदोई के स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार की गंगा इस कदर बह रही है कि इस वैश्विक महामारी में भी संवेदनहीन अधिकारी अपनी जेबे भरने में लगे हुए हैं। सीएमओ की उदासीनता और खाऊ कमाऊ नीति के चलते स्वास्थ्य विभाग के सीएमएसडी स्टोर में वित्तीय घोटाला प्रकाश में आने के बाद जनप्रतिनिधियों की तीखी और तल्ख नजाकत को देखते हुए भ्रष्टाचार के आरोपी चीफ फार्मासिस्ट जेएन तिवारी को सीएमओ कार्यालय से संबंद्ब कर लिया गया है तथा उनके स्थान पर राजकीय महिला चिकित्सालय सांडी के चीफ फार्मासिस्ट विनोद कुमार श्रीवास्तव को कार्य भार सौंपा गया है। 

सीएमओ के कृपा पात्र भ्रष्टाचार के आरोपी फार्मासिस्ट जेएन तिवारी को अपने कार्यालय से संबद्ध कर उन्हें बचाव का पूरा पूरा मौका भी दिया गया है। चाहे हैंडवाश एक्सपायरी डेट के सप्लाई करने का मामला हो या फिर बिना टेंडर के खरीदारी का घोटाला हो। यह सब रफा-दफा करने के उद्देश्य से ही आरोपी जेएन तिवारी को सीएमओ कार्यालय से संबद्ध किए जाने की विभागीय चर्चाएं जोरों पर है। यही नहीं विभागीय कर्मचारी यह भी आरोप लगाते हैं कि यदि पिछले वर्षों की सीएमएसडी स्टोर में स्थलीय जांच करा ली जाए तो करोड़ों का और घोटाला सामने आ सकता है।

स्वास्थ्य विभाग के विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि बैंडेज, मास्क, रूई या गाज थान की खरीददारी में भी मानकों की धज्जियां उड़ाई गई हैं। यदि इनकी जांच की जाए तो पता चलेगा कि अब तक कितना बड़ा घोटाला हुआ है। वही जानकारों का यह भी कहना है कि यदि वर्तमान समय मे सेहत महकमे में ई टेंडरिंग का खेल भी बेहद शातिराने ढंग से खेला जा रहा है। 

बताते हैं कि गौरव नाम का एक संविदाकर्मी ई टेंडरिंग के खेल को अंजाम देता है। यह लोग जिसको भी टेंडर देना चाहते हैं यह संविदा कर्मी कंप्यूटर पर बैठकर अपनी महारत का प्रदर्शन कर चहेते को टेंडर अलॉट करवा देता है। भ्रष्टाचार का दीमक इस कदर लगा हुआ है कि सेहत महकमे को खोखला कर कर्मचारी अपनी हैसियत को बढ़ाने में जुटे हुए हैं। यही वजह है कि जिन कर्मचारियों के पास दोपहिया वाहन तक नहीं था वह चंद वर्षों में ही लग्जरी वाहनों पर घूमने लगे हैं। फिलहाल आरोपी फार्मासिस्ट को बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी जी जान से जुटे हुए हैं।
Share To:

Post A Comment: