महराजगंज,  मई / जिलाधिकारी  डॉक्टर  उज्ज्वल कुमार ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी की रोकथाम के दृष्टिगत ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में गठित निगरानी समितियां अपने दायित्वों का निर्वहन ईमानदारी के साथ करना सुनिश्चित करें, ताकि इस महामारी से अपने आपको, अपने ग्राम को तथा अपने जनपद को सुरक्षित रखा जा सके।
 ज्ञात हो कि प्रवासी कामगारों के अपने जनपद लौटने पर बिना लक्षण वाले व्यक्तियों को 21 दिनों के लिए होम क्वॉरेंटाइन में भेजा जा रहा है। इसके अतिरिक्त कुछ लोग चोरी छिपे  भी अपने-अपने घरों में पहुंच रहे हैं।  सामुदायिक सर्विलांस तथा सहयोग के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम निगरानी समितियों का गठन किया गया है, जिसमें ग्राम प्रधान, आशा, आंगनवाड़ी, चौकीदार, युवक मंगल दल के प्रतिनिधि तथा अन्य लोग शामिल हैं । इसी प्रकार शहरी क्षेत्रों में मोहल्ला निगरानी समितियों का गठन किया गया है, जिसमें आशा, सिविल डिफेंस के प्रतिनिधि, नगर निकाय के क्षेत्रीय कार्मिक व अन्य को नामित किया गया है।
 जिलाधिकारी ने बताया कि समितियों द्वारा यह सुनिश्चित किया जाएगा कि 21 दिन के होम Quarantine का अनुपालन सही ढंग से प्रवासी द्वारा किया जा रहा है कि नहीं, होम क्वॉरेंटाइन  किए गए प्रवासी द्वारा कोरोना महामारी से बचाव हेतु जारी दिशा-निर्देशों का अनुपालन किया जा रहा है कि नहीं । इसके साथ ही निगरानी समितियों द्वारा यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि परिवार को समस्त  राजकीय सुविधाओं एवं राहत योजनाओं का लाभ मिलता रहे।
 जिलाधिकारी ने बताया कि आशा द्वारा उस परिवार में 60 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं, बीमारी से ग्रसित व्यक्ति को  क्वॉरेंटाइन किए गए व्यक्ति से अलग रहने की सलाह दी जाएगी। प्रत्येक गतिविधियों की सूचना बीसीपीएम को आशा द्वारा प्रतिदिन दी जाएगी। उन्होंने निगरानी समितियों को निर्देशित किया कि वह अपने क्षेत्रों में सतर्क दृष्टि रखे और यदि उनके क्षेत्र में कोई प्रवासी चोरी-छिपे ग्राम में प्रवेश करता है, तो उसकी सूचना तत्काल प्रशासन को दें । इसमें प्रवासी, ग्राम व जनपद सभी सुरक्षित रहेंगे । उन्होंने तहसील व ब्लाक स्तरीय अधिकारियों को भी चोरी छिपे आने वाले प्रवासियों पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए हैं ।
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