एशिया कप 2025: मोहसिन नकवी से ट्रॉफी न लेने पर 2 घंटे हाईवोल्टेज

जब एशिया कप 2025 के फाइनल में दुबई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में भारत ने पाकिस्तान को पाँच विकेट से हराया, तो सबको लगा कि जश्न का तिकड़ा नज़र आएगा। लेकिन वही शाम जब मोहसिन नकवी, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के अध्यक्ष व मंत्री ने प्रोटोकॉल तोड़ते हुए ट्रॉफी और पदक भारत को देने से इंकार किया, तो दो घंटे तक एक हाईवोल्टेज ड्रामा चल पड़ा। इस पाठ में हम इस विवाद की पृष्ठभूमि, घटनाक्रम, पक्षों की प्रतिक्रियाएँ और आगे क्या हो सकता है, सब कुछ बारीकी से देखेंगे।

पृष्ठभूमि और ऐतिहासिक संदर्भ

एशिया कप का इतिहास 1984 से शुरू हुआ है, और भारत ने अब तक इस टाइटल को आठ बार जीता है। 2025 का संस्करण, जिसमें एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) ने मेजबानी की, दोनों देशों के बीच तीव्र प्रतिस्पर्धा को फिर से उजागर कर रहा था। भारत‑पाकिस्तान की हर मुलाकात पर सैकड़ों करोड़ टीवी दर्शक जुड़ते हैं, इसलिए इस फाइनल का महत्व सिर्फ जीत‑हार से कहीं अधिक था।

फाइनल मैच की रोमांचक जीत

फाइनल में भारत ने 175 रन बनाकर लक्ष्य सेट किया। पाकिस्तान ने 170 पर कोशिश की, लेकिन 45 गेंदों में पाँच विकेट खोकर निराशा के साथ लौट आया। तिलक वर्मा ने 46 रन बनाकर अर्ध‑शतक से थोक झटका दिया, और अभिषेक शर्मा ने 34 तेज़ी से सीज़न पर अपना दबदबा दिखाया। दोनों खिलाड़ियों को बाद में तिलक वर्मा और अभिषेक शर्मा को व्यक्तिगत सम्मान मिला।

विजेता समारोह में उभरा विवाद

जैसे ही विजेताओं को ट्रॉफी और पदक देने वाले मंच की ओर बढ़ाया गया, मोहसिन नकवी ने बग़ैर किसी सूचना के अपना हाथ आगे बढ़ा और ट्रॉफी पकड़ी। भारतीय टीम ने उसे झटके में देखकर, "हमारी जीत आपके द्वारा नहीं ली जा सकती" कहकर ट्रॉफी को बाद में ले जाने से इंकार कर दिया। इस बीच, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने तुरंत ही इस हरकत को "अमान्य" कहा और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के समक्ष इस मुद्दे को उठाने का इरादा जताया।

ACC के अधिकारी, जिन्होंने मध्यस्थता करने की कोशिश की, ने सुझाव दिया कि एमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड के उपाध्यक्ष खालिद अल‑जरूनी को मंच पर लाकर ट्रॉफी सौंपें, लेकिन नकवी ने इस प्रस्ताव को भी ठुकरा दिया। दर्शकों में गुस्सा साफ़ दिख रहा था; कई लोग "भारत माता की जय" के नारे लगाने लगे।

लगभग एक घंटा तक यह निरन्तर टकराव चला, फिर ट्रॉफी को चुपचाप हटाया गया, जबकि तिलक वर्मा और अभिषेक शर्मा को व्यक्तिगत रूप से सम्मानित किया गया।

पक्षों की प्रतिक्रियाएँ और उठाए गए कदम

दुबई में घटना के बाद PCB ने कहा कि नकवी "देशभक्ती पर प्रश्न उठाने" वाले पोस्ट के कारण इस कार्रवाई को अपनाकर अपना सम्मान बचा रहे हैं। वहीं, भारतीय राजनेता, विशेष रूप से आम आदमी पार्टी (AAP) के दिल्ली चीफ सौरभ भारद्वाज ने इसे "प्रोपेगेंडा" करार दिया और 15 दिन पहले नकवी के साथ हुए हाथ मिलाने की वीडियो शेयर की।

BCCI ने एक आधिकारिक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि "इस तरह की राजनीतिक हस्तक्षेपें खेल की आत्मा को चोट पहुँचाती हैं" और ICC के समक्ष औपचारिक शिकायत दर्ज की जाएगी। ICC ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन एक अस्थायी प्रतिबंध के संभावित संकेत मिले हैं।

भविष्य पर प्रभाव और अगले कदम

यदि ICC इस मामले में सख़्त कार्रवाई करता है, तो भविष्य में अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंटों में राजनीतिक हस्तक्षेपों पर कड़ी रोक लगाने की संभावना बढ़ सकती है। साथ ही, यह घटना दोनों देशों के बीच खेल कूटनीति को फिर से सवालों के घेर में ले आएगी। नकवी की पोस्ट को लेकर सोशल मीडिया पर बहस तेज़ है, और कई विशेषज्ञ इसका विश्लेषण "खेल और राजनीति के मिश्रण" के रूप में कर रहे हैं।

अंत में, भारत के लिए यह जीत एक और शानदार अध्याय जोड़ती है – अब तक नौवीं बार एशिया कप जीतने के साथ, भारत ने खुद को एशियाई क्रिकेट का दिग्गज साबित किया है। लेकिन इस जीत का जश्न अधूरा रहने से यह सीख मिलती है कि खेल के मंच भी कभी‑कभी राजनीति की लहरों से प्रभावित हो सकते हैं।

मुख्य तथ्य

  • एशिया कप 2025 फाइनल: भारत 5 विकेट से पाकिस्तान पर जीत।
  • विजेता समारोह में विवाद: मोहसिन नकवी ने ट्रॉफी देने से इनकार किया।
  • विवाद का समय: लगभग 2 घंटे (रात 9:30‑11:30 बजे)।
  • मुख्य व्यक्तियों को सम्मान: तिलक वर्मा, अभिषेक शर्मा।
  • BCCI ने ICC के सामने शिकायत दर्ज की, ACC ने मध्यस्थता की कोशिश की।

Frequently Asked Questions

यह विवाद भारतीय टीम के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?

विजेता समारोह में ट्रॉफी न मिलने से खिलाड़ियों के मनोबल पर असर पड़ता है और यह दर्शाता है कि खेल को राजनैतिक विचारों से कैसे प्रभावित किया जा सकता है। यह मामला भविष्य में अंतर्राष्ट्रीय नियमों की पुन:जाँच का कारण बन सकता है।

मोहसिन नकवी ने ट्रॉफी क्यों नहीं दी?

नकवी हाल ही में सोशल मीडिया पर भारत‑विरोधी पोस्ट के कारण अपनी स्थिति को बचाने के लिए यह कदम उठाया। PCB के अनुसार, उनका मानना था कि इस तरह की कार्रवाई उनके राष्ट्रीय सम्मान को बचाएगी।

ICC इस मामले में क्या कदम उठा सकता है?

ICC खेल में राजनीतिक हस्तक्षेप पर सख़्त दंड लागू कर सकता है, जिसमें भविष्य के टूर्नामेंट में प्रतिबंध या अधिकारिक चेतावनी शामिल है। अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

भारत और पाकिस्तान के बीच इस तरह के विवाद पहले हुए हैं?

हां, 2019 में एक समान विवाद हुआ था जब पाकिस्तान ने भारत के एंटी‑जेट पोस्ट पर असंतोष जताया था, लेकिन उस बार समारोह बिना रुकावट के समाप्त हुआ। इस बार का हाईवोल्टेज ड्रामा दुर्लभ है।

भविष्य में इस घटना से क्या सीख ली जा सकती है?

अधिक स्पष्ट प्रोटोकॉल और अंतर्राष्ट्रीय सर्वसम्मति की जरूरत है, ताकि खेल आयोजन में राजनैतिक हस्तक्षेप को रोका जा सके और खिलाड़ियों को उनका वही सम्मान मिल सके जो जीत के बाद उनका हक़ है।

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