रिपोर्ट-कुणाल श्रीवास्तव
लखनऊ.बीते 3 द‍िन चले तेंदुए के साथ वन विभाग और पुलिस के बीच संघर्ष में शन‍िवार को आख‍िरकार बेजुबान तेंदुए की जान चली गई। बताया जाता है क‍ि तेंदुए के हमले से एक इंस्पेक्टर सह‍ित 10 लोग हुए हैं। वहीं, गोली लगने से हुई तेंदुए की मौत के बाद वन विभाग और पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठने लगे हैं। वन व‍िभाग का कहना है क‍ि तेंदुए को मारने वाले दोषी पुल‍िसकर्मी के ख‍िलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। ब‍िना परमि‍शन के उसे क्यों मारा? बताया जाता है क‍ि तेंदुए को 3 गोल‍ियां लगी है। 
-बीते गुरुवार सुबह जब तेंदुए के देखे जाने की सूचना पुलिस और वन विभाग को दी गई तो दोनों अपने-अपने काम की जिम्मेदारी में जुट गए।
-पहले दिन वन विभाग के अफसरों ने तेंदुए के छिपे हुए स्थान की जांच के बाद अपनी कार्यवाही शुरू की। व‍न व‍िभाग की ओर से प‍िंजरे लगाए गए, लेक‍िन तेंदुआ नहीं फंसा। रात होते-होते दोनों तरफ के अधिकारी जाल और पिंजड़ा छोड़कर चले गए।
-शुक्रवार सुबह फिर तेंदुए को पकड़ने का अभि‍यान शुरू हुआ। इस दौरान वन विभाग ने पुलिस के साथ अभियान चलाने में हाथ खड़े कर दिए।
-इसके बाद वन विभाग के अध‍िकार‍ियों ने आर्मी की मदद मांगते हुए उनके आने तक पिंजड़ा और जाल बिछाए रखा। आर्मी की एक टुकड़ी पहुंचते ही वन विभाग ने तेंदुए को पकड़ने के लिए जोर आजमाइश तेज कर दी।
-इसके साथ ही ट्रैंरेंकुलर मशीन गन से करीब 7 से 8 राउंड फायर‍िंग की गई। इस पूरे अभियान के दौरान पुलिस शांत होकर सिर्फ भीड़ को भगाती रही और अधिकारियों का आना-जाना लगा रहा।
-पिंजड़े में मांस और सीमेंट की पाइप के बीच जाल बिछाए वन विभाग, आर्मी और पुलिस की टीम देखती रही, लेक‍िन कुछ सफलता नहीं म‍िली।
पूर्व सीएम अख‍िलेश यादव ने भी उठाए सवाल
-अख‍िलेश यादव ने ट्वीट कर कहा है, कौन सा कानून कहता है कि जानवरों को पकड़ने की जगह जान से मार दिया जाए। बेहोश भी तो कर सकते थे। नई सरकार में क्या जानवरों के भी एकांउटर का चलन शुरू हो गया है। ये गैर कानूनी है, इसके जिम्मेदार बचने नहीं चाहिए।

क्या कहते हैं वन व‍िभागे के अध‍िकारी
-वन विभाग के चीफ कंजरवेटर ने कहा, तेंदुआ की मौत गोली लगने से हुई है। इस मामले में दोषी पुल‍िसकर्मी के ख‍िलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। इस पूरे मामले की जांच कराई जाएगी। दोषियों के खिलाफ वाइल्ड लाइफ एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल मृत तेंदुए का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है।
-उन्होंने कहा, वन विभाग से बिना परमिशन के तेंदुए पर गोली मारकर हत्या की गई है। रिपोर्ट के बाद ही उसे पता चलेगा क‍ि उसे क‍ितनी गोली लगी है।
क्या कहते हैं पुल‍िस अध‍िकारी
-एसएसपी दीपक कुमार ने कहा, आदमखोर तेंदुए ने लोगों पर हमला क‍िया। इसमें आश‍ियाना के इंस्पेक्टर त्र‍िलोकी स‍िंह भी घायल हो गए। बचाव में फायर‍िंग के दौरान तेंदुआ मारा गया। हालांक‍ि, मामले की जांच की जाएगी।
-वहीं, घायल इंस्पेक्टर त्र‍िलोकी स‍िंह ने कहा, जब घर में पकड़ने गए तो तेंदुए ने उन पर हमला कर द‍िया। इस दौरान हम उससे भ‍िड़ गए और क‍िसी तरह घर के कि‍चन में धकेल द‍िया।
क्या कहते हैं स्थानीय लोग
-स्थानीय लोगों का कहना है कि वन विभाग की लापरवाही के चलते तेंदुआ मारा गया। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान वन विभाग की टीम अनट्रेंड दिखी।
-उसके पास ओपन एरिया में जानवर पकड़ने के उपकरण और उसमें ग्लब्स से लेकर टीम में तालमेल की कमी दिखाई दी। लोगों ने बताया क‍ि उधार का रस्सा और जाल-ब‍ल्ल‍ियों के सहारे वन व‍िभाग की टीम तेंदुए को पकड़ने पहुंची थी।
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