नई दिल्ली, ‘स्विस ड्यूअल सिस्टम ऑफ एजुकेशन‘ वाली देश की एकमात्र यूनिवर्सिटी- भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी (बीएसडीयू), जयपुर को एडटेक रिव्यूू अवार्ड्स-2018 में बेस्ट इंडस्ट्री-एकेडेमिया इंटरफेस अवार्ड से सम्मानित किया गया है। पिछले हफ्ते नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में यह अवार्ड प्रदान किया गया।

पुरस्कार ग्रहण करते हुए भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी (बीएसडीयू), जयपुर के उप कुलपति ब्रिगेडियर (डॉ.) सुरजीतसिंह पाब्ला ने कहा- ‘‘बेस्ट इंडस्ट्री-एकेडेमिया इंटरफेस अवार्ड से सम्मानित होने पर हमेें गर्व का अनुभव हो रहा है, क्योंकि हमने हमेशा विश्वविद्यालय में कौशल शिक्षा के माध्यम से उद्योग जगत की मांगों को पूरा करने में विश्वास किया है। कौशल शिक्षा का उद्देश्य अनुभव के साथ पर्याप्त सैद्धांतिक इनपुट के साथ छात्रों को लैस करना है ताकि उन्हें आसानी से रोजगार हासिल हो सके या वे सुगमता से अपना व्यवसाय शुरू कर सकें। बीडीएसयू कौशल शिक्षा की मुख्य विशेषताएं यह है कि यह स्विस-ड्यूअल सिस्टम पर आधारित है जो भारत के कौशल के मानदंडों के अनुरूप है। उत्कृष्ट पेशेवर मानकों को बनाए रखने के लिए बीएसडीयू में ‘एक छात्र - एक मशीन‘ की अवधारणा है।

एडटेक रिव्यूू शिक्षाविदों और टैक इवैन्जलिस्ट्स का एक ऐसा समुदाय है जिसकी दुनियाभर में 220 देशों तक पहुंच है और जो शिक्षा के क्षेत्र में इवेंट्स, ट्रेनिंग, व्यावसायिक विकास में प्रौद्योगिकी का उपयोग करने, इसे अपनाने और इसके क्रियान्वयन के लिए सर्वोत्तम शोध और प्रथाओं की सराहना करते हैं। यह शिक्षा के क्षेत्र में प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए नवीनतम ज्ञान और कौशल के इस्तेमाल को बढावा देने की दिशा में काम करता है।

बीएसडीयू के बारे में
भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी (बीएसडीयू) देश पहला अनूठा कौशल विकास विश्वविद्यालय है। भारतीय युवाओं की प्रतिभा के विकास के लिए अवसर, स्थान और संभावनाएं पैदा करके कौशल विकास की दृष्टि से उन्हें वैश्विक स्तर पर उत्कृष्ट और रोजगार के काबिल बनाने के विजन के साथ इसेे 2016 में स्थापित किया गया था। इसकी स्थापना जॉब ट्रेनिंग और एजुकेशन से जुडे ‘स्विस ड्युअल सिस्टम‘ की तर्ज पर स्विट्जरलैंड के डॉ राजेंद्र जोशी और उनकी पत्नी श्रीमती उर्सुला जोशी के नेतृत्व और विचार प्रक्रिया के तहत की गई।
बीएसडीयू दोहरी प्रशिक्षण प्रणाली पर जोर देता है जहां व्यावहारिक अनुभव और एक्सपोजर पर खास ध्यान दिया जाता है। यही कारण है कि छात्रों को एक बहुत ही लचीले पाठ्यक्रम की पेशकश की जाती है और यदि वे कार्यक्रम के मध्य में उद्योग द्वारा भर्ती कर लिए जाते हैं, तो उन्हें एक निश्चित अवधि में कार्यक्रम को पूरा करने के लिए बाध्य नहीं किया जाता है। छात्रों को अपने विवेक के अनुसार कार्यक्रम पूरा करने की छूट मिलती है। कार्यक्रम एक अनूठे तरीके से डिजाइन किए गए हैं, जहां ‘एक छात्र-एक मशीनरी‘ का माहौल बनाया जाता है, ताकि छात्रों को वर्क-स्टेशन जैसा अनुभव हासिल हो सके। छात्रों को अनुभवी और जानकार स्विस प्रशिक्षकों के तहत प्रशिक्षित किया जाता है।
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