रसखान प्रेक्षागृह में जिलाधिकारी पुलकित खरे की अध्यक्षता में जनपद में संचालित स्थायी/अस्थायी गौवंश आश्रय स्थलों को शत प्रतिशत संचालित करने हेतु सम्बन्धित स्थलो के ग्राम प्रधान, ग्राम विकास अधिकारी, पशु चिकित्सक, खण्ड विकास अधिकारी एवं एडीओ पंचायत की संयुक्त समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। उन्होने बताया कि मा0 मुख्यमंत्री की शीर्ष प्राथमिकता वाली योजनाओं में से गौवंश आश्रय स्थल सबसे महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक है। इसका संचालन 22 जून तक शत प्रतिशत पूर्ण करे तथा लाॅग रजिस्टर पर भी पूरा विवरण अंकित करे। ऐसा न करने वाले ग्राम प्रधानो के खाते सीज करे, ग्राम विकास अधिकारी एवं पशु चिकित्सक को सस्पेंड करे, खण्ड विकास अधिकारी एवं एडीओ को प्रतिकूल प्रविष्टि दे। उन्होने कहा कि इस योजना में बाधक बने लोगो के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराये। 
गौवंश आश्रय स्थलो की समीक्षा में शत् प्रतिशत कार्य न होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यह एक टीम वर्क है जिसमें बी0डी0ओ0, ए0डी0ओ0, पशु चिकित्सक, ग्राम प्रधान एवं ग्राम विकास अधिकारी की संचालन में समान जिम्मेदारी है। इसके लिए बजट भी उपलब्ध करा दिया गया है। उन्होने कहा कि गौ सेवा तो एक समाजसेवा/पुण्य का कार्य है इस कार्य में क्षेत्रवासियो का पूर्ण सहयोग मिलेगा। गौवंश आश्रय स्थलों में क्षमता के अनुसार शत प्रतिशत गौवंश रखे जाये तथा प्रत्येक गौवंश की ईअर टेगिंग की जाये। उन्होने बताया कि जीपीडीपी के माध्यम से एक या दो व्यक्तियों को इस कार्य के लिए ग्राम पंचायत समिति के माध्यम से रखा जा सकता है।
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