नई दिल्ली करगिल विजय दिवस के आज 20 साल पूरे हो गए हैं. राष्ट्रपित रामनाथ कोविंद इस मौके पर द्रास मेमोरियल में शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे, लेकिन उससे पहले उन्होंने ट्वीट कर शहीदों को याद किया.

राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि करगिल विजय दिवस हमारे राष्ट्र के लिए 1999 में करगिल की चोटियों पर अपने सशस्त्र बलों की वीरता का स्मरण करने का दिन है. इस मौके पर हम भारत की रक्षा करने वाले योद्धाओं के धैर्य और शौर्य को नमन करते हैं.

करिगल विजय दिवस हिंदुस्तान के लिए आज गर्व का दिन है. आज ही के दिन हिंदुस्तान ने पाकिस्तान के छक्के छुड़ाते हुए घुसपैठियों को करगिल की पहाड़ियों से खदेड़ा था. करगिल युद्ध को 20 साल हो गए हैं.

करगिल दिवस पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्रास में वीर शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे. करगिल एक ऐसी जंग थी, जिसमें हिंदुस्तान को पता ही नहीं चला कि दुश्मन कब सिर पर आकर बैठ गए, लेकिन आज 20 साल बाद कहानी बिल्कुल बदल चुकी है.

करगिल युद्ध से सबक लेते हुए भारत ने सीमा पर अपनी उन कमियों को दूर कर लिया है जिनका फायदा उठाकर पाकिस्तानी सेना और आतंकवादियों ने भारत की पीठ में छुरा घोंपा था. भारतीय वायु सेना के प्रमुख बीएस धनोआ ने कहा है कि करगिल युद्ध में सही मायनों में हवाई हमले से ही दुश्मन का मनोबल टूटा था. उन्होंने कहा कि करगिल के बाद पिछले 20 साल में जो कमियां थीं, उन्हें  दूर कर लिया है.

वायु सेना प्रमुख ने कहा कि आज हमारे पास यूएवी और संचार के बेहतर उपकरण हैं. अब पाकिस्तान करगिल जैसी घुसपैठ नहीं कर पाएगा. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में हमारे पास राफेल आएगा, एस 400 आएगा. इससे हमारी ताकत और बढ़ेगी.
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