जिसने बचपन मै एक्टिंग ओर मोडलिंग करने का ठान लिया हो और एक दिन मिश उत्तर प्रदेश का खिताब मिल जाये "तो ऐसे जूनून को आप क्या कहेंगे?"
~"जुनून" ~
नाम - :प्रतिष्ठा ठाकुर (शालू)
जन्म-:1 दिसम्बर 2003
पिता-:श्री ठाकुर जहार सिंह
माता-:श्रीमति सुधा ठाकुर
कि
शहर- फर्रुखाबाद, मूरहास कन्हैया
की रहने वाली प्रतिष्ठा ठाकुर जिसे सब घर मे प्यार से शालू कहकर बुलाते है प्रतिष्ठा का जुनून भी बचपन से गजब का था स्कूल के समय modelling एक्टिंग डांस करने का शोक सा था स्कूल के हर कार्यक्रम में प्रतिष्ठा बढ़ चढ़कर हिस्सा लेती थी ओर जादा तर प्रतियोगिता मै प्रतीक्षा विनर होती थी प्रतिष्ठा को बचपन से ही सजने संवरने ओर एक्टिंग ओर मॉडललिंग करने का एक जूनून सा सवार था प्रतिष्ठा जब प्रतिष्ठा ने पहले मॉडललिंग करना शुरू किया था तब उनके सपोर्ट मै कोई नहीं था उनके परिवार वाले भी उनके साथ नहीं थे पर उन्होंने हार नहीं मानी क्युकी उनको जो हासिल करना था वो हासिल करना था प्रतिष्ठा ने सबसे पहले फर्रुखाबाद के युवा महोत्सव मै मिस फर्रुखाबाद मै भाग लिया ओर प्रतिष्ठा ठाकुर पहले ही शो मै विनर रही प्रतिष्ठा की हाइट होने के कारण मॉडलिंग बहुत अच्छा प्लेट फॉर्म था इसके बाद ही उनकी फ़ैमिली ने सपोर्ट करना चालू करदिया अपने सपनो को नया आयाम देने के लिए प्रतिष्ठा नवाबों के शेहर लखनऊ चली गयी प्रतिष्ठा के माता पिता ने प्रतिष्ठा को हर कदम पर पूरा सपोर्ट किया लखनऊ में आकर प्रतिष्ठा ने लखनऊ में मॉडलिंग करना शुरू किया फिर क्या था उन्होने miss लखनऊ मै भाग लिया ओर वो miss लखनऊ 2019 की विनर रही धीरे धीरे करके प्रतिष्ठा ने सोचा मै ओर बड़ा करुगी
प्रतिष्ठा ने सोचा कि अब मै मिस उत्तर प्रदेश मै भाग लुगी उन्होने उन्होने भाग लिया ओर जिस दिन शो था उसदिन वो ramp walk करते करते स्टेज पर गिर गयी ओर उनका होसला थोड़ा सा टूटने लगा तब उनके चाचू ओर उनकी माँ ने उनका सपोर्ट किया ओर उनको होसला दिया कि तुम करलोगी हार मत मानना यही सोच कर उनका होसला टूटा नहीं ओर स्टेज से उठकर उन्होने लास्ट राउंड मै कमाल करदिया उन्होने लास्ट राउंड मै सबसे अच्छी वॉक, ड्रेस ओर सारे आंसर सही दिए उनके पास जुनून था कि मुझे ही मिस उत्तर प्रदेश का किताब हासिल करना है ओर उसको उन्होने पूरा किया ओर वह मिस उत्तर प्रदेश विनर रही उन्होने केवल अपने माता पिता का ही नहीं नाम रोशन किया बल्कि अपनी सिटी का भी नाम रोशन किया वो एक ऐसी सिटी से है जहा pe लकड़ियों के पैरेंट्स उनको मॉडललिंग ओर एक्टिंग के लिए मना करते है पर आज प्रतिष्ठा ठाकुर उसका example है कि लड़की कुछ भी कर सकती है एक बार मौका तो दो ओर कोई काम छोटा बड़ा नहीं होता बस देखने का नज़रिया अलग होना चाहिए लोगो के कपड़े छोटे नहीं होते उनकी सोच छोटी होती है
प्रतिष्ठा ने सोचा कि अब मै मिस उत्तर प्रदेश मै भाग लुगी उन्होने उन्होने भाग लिया ओर जिस दिन शो था उसदिन वो ramp walk करते करते स्टेज पर गिर गयी ओर उनका होसला थोड़ा सा टूटने लगा तब उनके चाचू ओर उनकी माँ ने उनका सपोर्ट किया ओर उनको होसला दिया कि तुम करलोगी हार मत मानना यही सोच कर उनका होसला टूटा नहीं ओर स्टेज से उठकर उन्होने लास्ट राउंड मै कमाल करदिया उन्होने लास्ट राउंड मै सबसे अच्छी वॉक, ड्रेस ओर सारे आंसर सही दिए उनके पास जुनून था कि मुझे ही मिस उत्तर प्रदेश का किताब हासिल करना है ओर उसको उन्होने पूरा किया ओर वह मिस उत्तर प्रदेश विनर रही उन्होने केवल अपने माता पिता का ही नहीं नाम रोशन किया बल्कि अपनी सिटी का भी नाम रोशन किया वो एक ऐसी सिटी से है जहा pe लकड़ियों के पैरेंट्स उनको मॉडललिंग ओर एक्टिंग के लिए मना करते है पर आज प्रतिष्ठा ठाकुर उसका example है कि लड़की कुछ भी कर सकती है एक बार मौका तो दो ओर कोई काम छोटा बड़ा नहीं होता बस देखने का नज़रिया अलग होना चाहिए लोगो के कपड़े छोटे नहीं होते उनकी सोच छोटी होती है
प्रतिष्ठा ठाकुर की आने वाली मूवी पागल खाना या खज़ाना (pok)फरवरी में रिलीज होने वाली है इसकी शूटिंग अभी चल रही है प्रतिष्ठा ठाकुर ने बड़ी मुश्किलों से लड़ कर कामयाबी का सफर तय किया है
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