डाक्टरों की कमी से अछूता नही है होम्योपैथी विभाग
निघासन खीरी:- स्वास्थ्य विभाग में चिकित्सकों की कमी किसी से छुपी नहीं है। जिला अस्पताल समेत सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर जहां डॉक्टरों की कमी अरसे से है। वही होम्योपैथी विभाग में भी डॉक्टरों की कमी लंबे अरसे से चली आ रही है। शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक डॉक्टरों का ना होना मरीजों के लिए सिरदर्द है। अस्पताल तक आकर बैरंग लौट रहे मरीज अपने इलाज के लिए परेशान है। शासन को हर माह जाने वाली स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के बावजूद एक भी चिकित्सक की तैनाती ना किया जाना शासन के भी रवैये पर भी सवालिया निशान लगाता है। जिले में होम्योपैथी चिकित्सा को बढ़ावा ना मिलने से यह विभाग भी दवा इलाज में लाचार हो चुका है।
जिले में है लगभग 27 अस्पताल
जिला मुख्यालय समेत पूरे जिले में लगभग 27 अस्पताल हैं। जिन पर होम्योपैथी चिकित्सा से मरीजों का इलाज किया जाता है। लेकिन इनमें डॉक्टरों की कमी से मरीजों का दवा इलाज नहीं हो पा रहा है। जिन स्थानों पर चिकित्सा अधिकारी हैं उनमें गोला, खीरी टाउन, ओयल, भल्लिया बुजुर्ग, बैबहा, राजापुर बैनी व दाउदपुर के अस्पताल है। इसके अलावा लगभग 21 फार्मासिस्ट हैं जो सभी अस्पतालों पर बराबर मरीज देखने के साथ साथ उन्हें दवाएं भी लिखते हैं। लगभग आठ वार्ड ब्वाय हैं और लगभग सात चौकीदार।इन सभी से जिले की होम्योपैथी व्यवस्था किसी तरह घिसट रही है।
लगभग 20 डॉक्टरों की और है ज़रूरत
मिली जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय पर होम्योपैथ अस्पताल में अभी लगभग 20 डॉक्टरों की कमी है, जिसके लिए शासन को हर माह रिपोर्ट जाती है। इस बार भी शासन को लिखा जा रहा है।उम्मीद है कि इस सरकार में डॉक्टर मिल जाएंगे।
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