मेरठः ऐसा कहा जाता है कि देह व्यापार का धंधा दुनिया का सबसे पुराना पेशा है। चाहे पुलिस जिस्मफरोशियों के अड्डों पर कितनी भी दबिश क्यूं ना दे ले बावजुद इसके देह व्यापार के धंधे सरेआम चलते हैं। ताजा मामला मेरठ जिले का है। जहां महिला दिवस के दिन पर पुलिस ने रेड लाइट एरिया में जिस्मफरोशी के लिए लाईं गईं लड़कियों को जिस्म के सौदागरों के चंगुल से बचाया है।
दरअसल, उत्तर प्रदेश वह दिल्ली की एक एनजीओ शक्ति वाहिनी जो कि मानव तस्करी के खिलाफ काम करती है। वहीं एनजीओ को खबर मिली कि मेरठ में नाबालिगों को बंधक बनाकर जबरदस्ती उनसे जिस्मफरोशी के धंधा कराया जाता है। एनजीओ के अधिकारियों ने तुरंत मेरठ पुलिस से संपर्क किया। जिसके बाद पुलिस ने थाना ब्रह्मपुरी इलाके के रेड लाइट एरिया में छापेमारी की।
छापेमारी के दौरान पुलिस और एनजीओ ने तीन नाबालिग लड़कियों को बरामद किया है। साथ ही देह व्यापार की संचालिका को भी हिरासत में ले लिया गया। इसके साथ ही पुलिस ने 2 ग्राहकों को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों पर मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई करनी शुरू कर दी है।
ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि इन गरीब बच्चियों को भगवान ने दुनिया में अपनी मर्जी से जीने के लिए भेजा है। लेकिन यहां तो बच्चियों के जीवन और जिस्म पर दुसरों का कब्जा है। तो ऐसी घटनाओं के सामने आने के बाद महिलाओं का समाज में महिला दिवस मनाना कोई मायने नहीं रखता है।
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