हरदोई। भू-माफियाओं को राजनैतिक संरक्षण देने के लिए भाजपा नेताओं व प्रशासनिक अधिकारियों ने बड़ा ही नायाब तरीका निकाला है। वैसे तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भू माफियाओं पर लगाम कसने के लिए एंटी भू माफिया टीम का गठन किया है, पर हरदोई में अवैध रूप से बने एक बड़े होटल में उनके कार्यक्रम को लेकर जिले भर में चखचख शुरू हो गयी है।
      माना जा रहा है कि अवैध रुप से बने इस होटल में जब मुख्यमंत्री बैठक करेंगे तो जाहिर है होटल संचालक को क्लीन चिट मिल जाएगी। मुख्यमंत्री भले ही इस होटल से परिचित न हों जिले के आला अधिकारी व भाजपा नेता बखूबी परिचित हैं। बावजूद उन्होंने इस अवैध होटल में सीएम का कार्यक्रम रखा, इससे साफ है कि वह इन अवैध होटलों को बचाना चाहते हैं।
         दरअसल शहर के आवास विकास कॉलोनी के आवासीय भूखंडों पर लगभग आधा दर्जन होटल अवैध रूप से संचालित हो रहे हैं। इन सभी को कई बार होटल बंद करने के लिए नोटिस दी जा चुकी हैं, पर प्रशासनिक गठजोड़ से ये अवैध होटल संचालित हो रहे हैं। 
        इनमे से एक है महेद्र प्लाजा। जिसमे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का 02 जून को एक कार्यक्रम होना है। होटल के मालिक ने बताया कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर जिले के पुलिस व प्रसाशनिक अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था की जांच कर गए हैं। होटल के कई हॉल व रूम बुक हैं। उधर आवास विकास परिषद के एक अधिकरी ने बताया कि 30 मई को लगभग 20 व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को ढहाया जा सकता है। यदि उस दिन पुलिस बल का बंदोबस्त हो गया तो यह कार्यवाही की जा सकती है। ऐसे में बड़ा सवाल ये उठता है कि जब होटल अवैध है। उसे गिराने की कार्यवाही भी प्रस्तावित है। तो फिर मुख्यमंत्री का कार्यक्रम इस अवैध होटल में क्यों रखा गया। क्या प्रशासन व भाजपाई आवास-विकास के अवैध प्रतिष्ठानों को संरक्षण दे रहे हैं? 
       इस संबंध में भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीकृष्ण शास्त्री ने कहा कि होटल महेन्द्र प्लाजा में पर्याप्त जगह है, वहां बेहतर ढंग से व्यवस्था हो सकती है, इसलिए कार्यक्रम रखा गया है। जब उनसे यह पूछा गया कि होटल को तीन दिन पहले ही गिराने के आदेश हैं बावजूद इसके सीएम का कार्यक्रम रखे जाने क्या कारण है, तो उन्होंने अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि कार्यक्रम प्रशासन द्वारा रखा गया है। उधर इस बारे में कोई भी प्रशासनिक अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नही है।
रिपोर्ट:  इरशाद अहमद
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